सूर्य ग्रह को ग्रहों के राजा की उपाधि प्राप्त है,व्यक्ति के जीवन में सफलता या असफलता सूर्य की स्थिति पर निर्भर होती है| आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी के पाठकों के लिए सूर्य ग्रह से जुड़ी जानकारी और उपाय लेकर प्रस्तुत है| तो आइए जानते है
सूर्य का तत्व अग्नि है| सूर्य को जलते हुए आग के गोले के अनुसार माना गया है, सूर्य उत्तराफाल्गुनी कृतिका तथा उत्तराषाढा के स्वामी है| राशि चक्र की पांचवे नंबर की राशि सिंह राशि की अधिपति है| सूर्य ग्रह की दिशा पूर्व है, सूर्य की राशि पुरुष राशि होती है| सूर्य दूसरे ग्रहों को प्रकाश व ऊर्जा प्रदान करते है|
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को शूरवीर, क्षत्रिय जाति दीर्घकाल, पित्त प्रकृति, पिंगल वर्ण युक्त एवं वयस्क गृह माना गया है| सूर्य ग्रह सोना, तांबा, पिता, प्रभाव, शारीरिक्त, आरोग्य, सरकार, सत्ता, राजकृपा,लक्ष्मी, धर्म एवं अधिकार युक्त कर्म के कारक ग्रह है| उदारता, ईमानदारी, ख्याति, तथा प्रभावशाली व्यक्तित्व सूर्य का शुभ प्रभाव है|
मनुष्य पर सूर्य का प्रभाव:
सूर्य मनुष्य के लिए वरदान है| अनन्त ऊर्जा के अपने भंडार में से यह पृथ्वी पर निवास करने वाले सभी जीवित प्राणियों को ऊष्मा एवं भोजन प्रदान करते है| समस्त ऋतुओं का चक्र भी सूर्य की स्थिति से ही परिवर्तनशील होता है| लेकिन ज्योतिष के अनुसार पत्रिका में सूर्य अगर प्रभावहीन हो तो कई रोग उत्पन्न भी करता है| इसके दुष्प्रभाव से रक्तचाप, मधुमेह, पाइल्स, मंदाग्नि, क्षय बुखार, अजीर्ण , हृदय रोग और आंखों से संबंधित रोग हो सकते है|
सूर्य की शक्तिशाली और प्रबल स्थिति से मनुष्य को बेहतर जीविकोपार्जन की राह मिलती है, यश समृद्धि तथा प्रशासनिक क्षेत्रों में उच्च पदों की प्राप्ति होती है|
सूर्य के दान:
सूर्य की प्रसन्नता और शांति के लिए रोजाना सूर्य को ॐ आदित्याय नमः का जाप करते हुए जल अर्पित करें| हरिवंश पुराण का पाठ करना चाहिए|
सूर्य के दान में विशेष तौर में गेहूं , गुड, तांबा, सोना, एवं लाल वस्त्र ब्राह्मणों को रविवार के दिन अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान करें| सूर्य के कुप्रभावों को रोकने हेतु पितृ पूजा एवं श्राद्ध कर्म करने से व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता हैं|
सूर्य के रत्न:
माणिक्य रत्न सूर्य का रत्न है गुलाबी और लाल रंग का यह रत्न राजा बली के रक्त से उत्पन्न हुआ है|
सूर्य के शुभ प्रभाव प्राप्त करने के लिए 3.5 कैरेट से ऊपर के वजन का माणिक्य रविवार के दिन प्रातःकाल 9 से 12 के मध्य दाएं हाथ की अनामिका उंगली में धारण करें|
इसको धारण करने से मनुष्य के मनोरथ पूरे होते हैं|
सूर्य के उपाय:
रविवार के दिन श्वेत वस्त्र धारण करें|
मस्तक पर सफेद चंदन का तिलक लगाए|
रविवार के दिन नमक का सेवन करने से बचे|
लाभ प्राप्त होगा|